बुधवार, 16 अक्तूबर 2024

इजराइल हमास युद्ध: गाजा का आसमान काले धुएं से ढका, इजराइल हर 10 मिनट में कर रहा है ताबड़तोड़ हमले

 


इजराइल हमास युद्ध: इजराइल ने गाजा सीमा पर तीन स्तरों की बाड़बंदी और बड़े पैमाने पर बेस बेस बनाए हैं। वहां टैंक और सेना के भारी-भरकम परमाणु हमला कर रहे हैं और लगातार हमले कर रहे हैं।

Israel Hamas war Update: इजरायल और हमास के बीच जारी संघर्ष को एक साल पूरा हो गया है. हालांकि, इसके खत्म होने के किसी भी तरह के कोई भी आसार नजर नही आ रहे हैं.  बीते साल 7 अक्टूबर 2023 को इस युद्ध की शुरुआत हुई थी,  जब हमास ने इजरायल पर हमला किया था. इसके बाद से इजरायल ने हर दिन गाजा और फिलिस्तीन के सीमा क्षेत्रों पर हमला किया है.  हमास के ठिकानों के अलावा इजरायली सेना लेबनान पर भी हमला कर रही है, जिससे ऐसा लग रहा है कि वो लेबनान को दूसरा गाजा बना देगी.


न्यूज18 की रिपोर्ट के मुताबिक गाजा पट्टी के हालात बहुत गंभीर होते जा रहे हैं. स्थानीय इलाके में लगातार बमबारी की जा रही है. हर 10 मिनट पर एक बड़ा धमाका होता है. इस वजह से गाजा का आसमान काले धुएं के गुबार से ढक चुका है. 


इजरायल सेना को हासिल है जनता का समर्थन

7 अक्टूबर 2022 को हमास ने इजरायल पर हजारों रॉकेट दागे थे, जिसमें 1200 से ज्यादा इजरायली नागरिकों की जान चली गई थी. हमास ने किबुत्ज बेरी जैसे इलाकों में हमला करके सैकड़ों लोगों को मार डाला था और कई को बंधक बना लिया था. इजरायल अब इस हमले का बदला लेने के लिए हमास के ठिकानों पर लगातार हमले कर रहा है.


हमास के उकसावे का जवाब

इजरायल का कहना है कि वह हमास के उकसावे का जवाब दे रहा है. हालांकि, गाजा पट्टी के स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि इजरायल के हमलों में अब तक लगभग 42000 लोग मारे गए हैं, जिनमें ज्यादातर निर्दोष बच्चे और महिलाएं हैं. घायलों की संख्या एक लाख से भी अधिक हो चुकी है.


मंगलवार, 15 अक्तूबर 2024

भारत बनाम न्यूजीलैंड LIVE, पहला टेस्ट, दिन 1: विराट कोहली, यशस्वी जायसवाल बेंगलुरु में बारिश जारी रहने के कारण छाते के नीचे टहलते हुए |

भारत बनाम न्यूजीलैंड लाइव स्कोर: भारत और न्यूजीलैंड के बीच पहले टेस्ट के लिए बेंगलुरु में बारिश के कारण टॉस में देरी हुई है


भारत बनाम न्यूजीलैंड LIVE, पहला टेस्ट, दिन 1: भारत और न्यूजीलैंड के बीच पहले टेस्ट के लिए टॉस बेंगलुरु में बारिश के कारण देरी से हुआ। रोहित शर्मा की कप्तानी वाली टीम के लिए भारत का सामना न्यूजीलैंड से होगा, जो विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में जगह बनाने के लिए बेहद अहम सीरीज है। अगर भारत तीन मैचों की सीरीज में क्लीन स्वीप कर लेता है, तो भारत WTC फाइनल में जगह बनाने के लिए पूरी तरह से तैयार हो जाएगा। भारत की अगली सीरीज ऑस्ट्रेलिया से उसकी सरजमीं पर होगी और उससे पहले घरेलू मैदान पर होने वाली यह सीरीज कुछ अहम अंक हासिल करने के लिए अहम होगी। सभी की निगाहें यशस्वी जायसवाल जैसे युवा खिलाड़ियों पर होंगी, जिन्होंने हाल के दिनों में शानदार प्रदर्शन किया है।

IND vs NZ, पहला टेस्ट दिन 1 लाइव: बेंगलुरू में बारिश कम हुई

अभी जो दृश्य आ रहे हैं, उनके अनुसार बेंगलुरू में बारिश कम हो गई है। हालांकि, एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में अभी भी कवर लगे हुए हैं और मैच शुरू होने के बारे में कोई पुष्टि नहीं हुई है। सभी लाइव अपडेट के लिए बने रहें।

IND vs NZ, पहला टेस्ट, पहला दिन लाइव: न्यूजीलैंड की नजरें जीत पर

श्रीलंका के खिलाफ दो मैचों की सीरीज में 0-2 से पिछड़ने के बाद न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम भारत के खिलाफ जीत दर्ज करने की कोशिश करेगी। अनुभवी तेज गेंदबाज टिम साउथी की अगुआई में न्यूजीलैंड को श्रीलंका के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा। हालांकि, जीत दर्ज करने की उनकी राह कठिन होगी क्योंकि उनका सामना सबसे मजबूत टीमों में से एक भारत से होगा। मेजबान टीम शानदार फॉर्म में है और उसके खिलाफ जीत दर्ज करना उसके लिए आसान काम नहीं होगा।

IND vs NZ, पहला टेस्ट दिन 1 लाइव: मैदान से दृश्य

बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम से आ रही तस्वीरों के अनुसार, भारतीय टीम के कुछ सदस्य छतरियों की आड़ में इनडोर नेट्स पर जाने के लिए मैदान पर चलते हुए देखे जा सकते हैं। विराट कोहली के बाद यशस्वी जायसवाल और अभिषेक नायर हैं।



कनाडा ने फिर उगला भारत के खिलाफ जहर! विदेश मंत्री बोलीं- 'सबूतों के आधार पर राजनयिकों को किया निष्कासित'

India-Canada Relations: भारत और कनाडा के बीच रिश्तों में तल्खी नए स्तर पर जा पहुंची है. भारत ने सोमवार को कनाडा के छह राजनयिकों को निष्कासित कर दिया है. इसके अलावा भारत ने कनाडा से अपने उच्चायुक्त और निशाना बनाए जा रहे अन्य राजनयिकों एवं अधिकारियों को वापस बुलाने की घोषणा की है.

 इसी बीच कनाडा की विदेश मंत्री मेलानी जोली ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने आग्रह किया है कि भारत सरकार दोनों देशों के फायदे के लिए इस जांच का समर्थन करें.

कनाडा की विदेश मंत्री ने कही ये बात

 कनाडा की विदेश मंत्री मेलानी जोली ने कहा है कि भारतीय राजनयिकों को निष्कासित करने का निर्णय भारत द्वारा घोषित आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के मामले में रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस (आरसीएमपी) द्वारा एकत्र किए गए सबूतों के आधार पर किया गया था. उन्होंने भारत से इस जांच का समर्थन करने का आग्रह किया है.

जस्टिन ट्रूडो ने लगाए थे भारत पर गंभीर आरोप

 निज्जर हत्या मामले में भारत पर आरोप लगाते हुए कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कहा था, "आप में से कई लोग नाराज, परेशान और भयभीत हैं, मैं समझता हूं. ऐसा नहीं होना चाहिए. कनाडा-भारत का लोगों के बीच आपसी संबंधों, व्यापार और कारोबार में निहित एक लंबा इतिहास है लेकिन हम अभी जो देख रहे हैं, उसे सहन नहीं कर सकते. कनाडा भारत की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का पूरा सम्मान करता है और हम उम्मीद करते हैं कि भारत सरकार भी कनाडा के लिए ऐसा ही करेगी."

उन्होंने आगे कहा था, "प्रधानमंत्री के तौर पर यह मेरी जिम्मेदारी है कि मैं उन लोगों को आश्वस्त करूं जो महसूस कर रहे हैं कि सुरक्षा के साथ समझौता किया गया है लेकिन सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि कार्रवाई करना मेरी जिम्मेदारी है और हम एकजुट रहेंगे. अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने अब तक अपने दो करीबी सहयोगियों और साझेदारों के बीच राजनयिक संकट पर कोई बयान नहीं दिया है."



Sharad Purnima 2024: शरद पूर्णिमा पर चांद की रौशनी में क्यों रखते हैं खीर, इसका धार्मिक और वैज्ञानिक महत्व जानें

 



Sharad Purnima 2024: सनातन धर्म में शरद पूर्णिमा को बेहद खास त्योहार माना जाता है. शरद पूर्णिमा के दिन देवी लक्ष्मी जी (Laxmi ji) की विशेष पूजा अर्चना की जाती है. इसके अलावा भगवान विष्णु (Vishnu ji) की पूजा करने से जीवन में धन की कमी दूर होती है.

ज्योतिषाचार्या एवं फेमस टैरो कार्ड रीडर नीतिका शर्मा ने बताया कि शरद पूर्णिमा 16 अक्टूबर 2024 को मनाई जाएगी. हर साल आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को ही शरद पूर्णिमा कहा जाता है. ऐसी धार्मिक मान्यता है कि इस दिन आकाश से अमृत की बूंदों की वर्षा होती है.

शरद पूर्णिमा पर चंद्रमा (Sharad purnima chandrama) पृथ्वी के सबसे निकट होता है. अंतरिक्ष के समस्त ग्रहों से निकलने वाली सकारात्मक ऊर्जा चंद्रकिरणों के माध्यम से पृथ्वी पर पड़ती हैं.

क्यों रखते हैं इस दिन खुले आसमान के नीचे खीर (Sharad Purnima Kheer significance)

पूर्णिमा की चांदनी में खीर (sharad purnima kheer) बनाकर खुले आसमान के नीचे रखने के पीछे वैज्ञानिक तर्क यह है कि चंद्रमा के औषधीय गुणों से युक्त किरणें पड़ने से खीर भी अमृत के समान हो जाएगी. उसका सेवन करना स्वास्थ्य के लिए लाभप्रद होगा.

शरद पूर्णिमा की तिथि और शुभ मुहूर्त (Sharad Purnima 2024 Muhurat)

  • शरद पूर्णिमा या कोजागरी पूर्णिमा 16 अक्टूबर 2024 
  • पूर्णिमा तिथि आरंभ- 16 अक्टूबर 2024 को रात 8:45 मिनट से
  • पूर्णिमा तिथि समाप्त- 17 अक्टूबर 2024 को शाम 4:50 मिनट

शरद पूर्णिमा पर चंद्रोदय समय (Sharad Purnima 2024 Moon rising time)

इस साल चंद्रमा शरद पूर्णिमा को शाम 5:10 बजे उदय होगा, जो लोग व्रत रखना चाहते हैं वे 16 अक्टूबर को शरद पूर्णिमा का व्रत रख सकते हैं और शाम को चंद्रमा की पूजा करें.

शरद पूर्णिमा पूजा विधि (Sharad Purnima Puja vidhi)

  • इस दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर किसी पवित्र नदी में स्नान करें. यदि नदी में स्नान नहीं कर सकते तो घर पर ही पानी में गंगाजल डालकर स्नानादि करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें.
  • अब एक लकड़ी की चौकी या पाटे पर लाल कपड़ा बिछाएं और गंगाजल से शुद्ध करें। चौकी के ऊपर मां लक्ष्मी की प्रतिमा स्थापित करें और लाल चुनरी पहनाएं.
  • अब लाल फूल, इत्र, नैवेद्य, धूप-दीप, सुपारी आदि से मां लक्ष्मी का विधिवत पूजन करें. इसके बाद मां लक्ष्मी के समक्ष लक्ष्मी चालीसा का पाठ करें.
  • पूजन संपन्न होने के बाद आरती करें. शाम के समय पुनः मां और भगवान विष्णु का पूजन करें और चंद्रमा को अर्घ्य दें.
  • चावल और गाय के दूध की खीर बनाकर चंद्रमा की रोशनी में रखें. मध्य रात्रि में मां लक्ष्मी को खीर का भोग लगाएं और प्रसाद के रुप में परिवार के सभी सदस्यों को खिलाएं.

कोजागरी पूर्णिमा भी है दूसरा नाम (Kojagari Purnima kyu kehte)

देश के कई इलाकों में शरद पूर्णिमा को कोजागरी पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है. कोजागरी पूर्णिमा का त्योहार पश्चिम बंगाल, ओडिशा और असम में बड़ी श्रद्धा के साथ मनाया जाता है. कोजागरी पूर्णिमा पर लक्ष्मी जी की विशेष पूजा की जाती है साथ में भगवान विष्णु की भी पूजा की जाती है. पश्चिम बंगाल व ओडिशा में मान्यता है कि विधिपूर्वक पूजा करने से व्यक्ति को आर्थिक समस्याओं से मुक्ति मिलती है और सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है.

शरद पूर्णिमा पर श्रीकृष्ण ने रचाई थी महारास लीला (Sharad Purnima relation with shri krishna)

 पौराणिक मान्यता है कि भगवान कृष्ण ने शरद पूर्णिमा पर ही महा रास की रचना की थी. इस दिन चंद्र देवता की विशेष पूजा की जाती है और खीर का भोग लगाया जाता है. शास्त्रों के अनुसार इस तिथि को चंद्रमा पृथ्वी के सबसे निकट होता है.

शरद पूर्णिमा महत्व (Sharad Purnima Vrat and Puja Benefit)

  • धार्मिक मान्यताओं के अनुसार मां लक्ष्मी की समुद्र मंथन से उत्पत्ति शरद पूर्णिमा के दिन ही हुई थी. इसलिए इस तिथि को धन-दायक भी माना जाता है.
  • मान्यता है कि इस दिन मां लक्ष्मी धरती पर विचरण करती हैं और जो लोग रात्रि में जागकर मां लक्ष्मी का पूजन करते हैं, वे उस पर अपनी कृपा बरसाती हैं और धन-वैभव प्रदान करती हैं.
  • इस दिन चंद्रमा अपनी पूर्ण कलाओं के साथ होता और पृथ्वी पर चारों चंद्रमा की उजियारी फैली होती है. धरती जैसे दूधिया रोशनी में नहा जाती है.

सोमवार, 14 अक्तूबर 2024

महाराष्ट्र और झारखंड में कब होंगे विधानसभा चुनाव? EC आज करेगा ऐलान



Assembly Elections 2024
: महाराष्ट्र और झारखंड में विधानसभा चुनाव की तारीख का ऐलान आज हो जाएगा. आज (15 अक्टूबर) चुनाव आयोग महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभाओं चुनाव के लिए दोपहर में तारीखों की घोषणा करेगा.

 चुनाव आयोग आज दोपहर 3 बजकर 30 मिनट पर प्रेस कॉन्फ्रेंस करेगा. इस दौरान चुनाव आयोग बताएगा कि चुनाव कितने चरणों में होगा और क्या क्या तैयारियां की जा रही हैं. बता दें कि महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल 26 नवंबर को समाप्त हो रहा है. वहीं, झारखंड विधानसभा का कार्यकाल अगले साल 5 जनवरी को समाप्त होगा.

 पूरी की जा चुकी हैं तैयारियां

 चुनाव आयोग ने इससे पहले महाराष्ट्र और झारखंड में चुनाव से जुड़ी अपनी तैयारी पूरी कर ली है. चुनाव आयोग की टीम ने कुछ समय पहले ही दोनों राज्यों का दौरा किया था. इस दौरान उन्होंने चुनाव की तैयारियों का जायजा लिया था.

 महाराष्ट्र में है दिलचस्प लड़ाई

 अगर महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की बात करें तो यहां पर मुकाबला महा विकास अघाड़ी और महायुति के बीच है. महा विकास अघाड़ी में कांग्रेस, एनसीपी शरद पवार गुट, शिवसेना यूबीटी हैं. वहीं, महायुति में बीजेपी, शिवसेना का शिंदे गुट, अजित पवार वाला एनसीपी ग्रुप है. यहां पर दोनों गठबंधन सीटों के बंटवारों को अंतिम रूप देने में जुटे हुए हैं. मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल 26 नवंबर को खत्म हो रहा है.

 झारखंड में बीजेपी और इंडी गठबंधन के बीच है मुकाबला

अगर झारखंड की बात करें तो यहां विधानसभा चुनाव राज्य की सभी 81 सीटों पर होना है.  झारखंड विधानसभा का कार्यकाल 5 जनवरी 2025 को समाप्त होगा. यहां पर चुनाव के लिए सभी पार्टियां कमर कस चुकी हैं. सभी 81 विधानसभा सीटों पर नेता प्रचार में जुटे हुए हैं. यहां पर इंडिया गठबंधन और एनडीए के बीच सीधा मुकाबला है. पिछली बार यहां पर चुनाव 2019 में हुए थे, तब महागठबंधन की जीत के बाद हेमंत सोरेन मुख्यमंत्री बने थे.

प्यार में टूटने के गम के बाद सफलता का स्वाद: रतन टाटा की अनकही कहानी !!!

रतन टाटा का नाम भारत के सबसे प्रतिष्ठित और सफल उद्योगपतियों में गिना जाता है। लेकिन उनकी जिंदगी का एक पहलू ऐसा भी है, जो बेहद संवेदनशील और कम ही लोगों को पता है—उनका प्रेम और रिश्ते की कहानी। रतन टाटा ने अपनी जिंदगी में कई ऊँच-नीचें देखी हैं, लेकिन प्यार में मिली असफलता के बाद भी उन्होंने खुद को मजबूत बनाया और सफलता की  नई_उंचाईयों तक पहुंचाया।

रतन टाटा और सिमी ग्रेवाल का रिश्ता उनके युवा दिनों का एक खूबसूरत और रहस्यमयी किस्सा है। सिमी, जो अपनी खूबसूरती और बेहतरीन अभिनय के लिए मशहूर थीं, और रतन टाटा, जो एक युवा, प्रतिभाशाली और संवेदनशील उद्योगपति थे, के बीच एक अनूठा बंधन बना था। यह रिश्ता ग्लैमर और प्रेम_कहानी के साथ-साथ संघर्ष की भी दास्तान थी। यह रिश्ता उस समय के लिए एक आश्चर्यजनक और विवादास्पद विषय बना, लेकिन समाज और परिस्थितियों ने इस रिश्ते को वो मुकाम नहीं दिया, जो इसे मिलना चाहिए था। शायद यही कारण है कि रतन टाटा ने आज तक शादी नहीं की और अपने एकाकी जीवन में खुद को पूर्णतः संपूर्ण महसूस किया।

सिमी ग्रेवाल की बायोग्राफी और उनका जीवन भी किसी फिल्म की कहानी से कम नहीं है। अपनी जीवनशैली, ग्लैमरस छवि और अद्भुत अभिनय के चलते उन्होंने कई लोगों के दिलों पर राज किया। लेकिन रतन टाटा के साथ उनके रिश्ते ने उनकी जिंदगी को एक नया मोड़ दिया। यह रिश्ता उनके जीवन का एक ऐसा अध्याय है, जो सिर्फ प्रेम से नहीं बल्कि त्याग, समर्पण और संघर्ष से भी भरा हुआ है। सिमी ने भी रतन टाटा के बारे में कभी खुलकर बात नहीं की, लेकिन दोनों के बीच की गहराई और समझ हमेशा कायम रही।

रतन टाटा ने प्यार में हारने के बाद भी कभी भी अपने सपनों को हारने नहीं दिया। उन्होंने खुद को अपने काम में झोंक दिया और 'टाटा ग्रुप' को नई बुलंदियों तक पहुँचाया। जब प्यार में टूटने का गम किसी व्यक्ति को अंदर तक तोड़ सकता है, वहीं रतन टाटा ने उस गम को अपनी ताकत बना लिया। उन्होंने अपने व्यक्तित्व को इस तरह सँवारा कि आज दुनिया उन्हें उनके व्यवसायिक दृष्टिकोण, मानवता और दृष्टिकोण के लिए जानती है।

इस अनुभव ने उन्हें यह सिखाया कि अगर इंसान अपने दर्द को अपनी शक्ति में बदल ले, तो कोई भी बाधा उसे रोक नहीं सकती। सिमी ग्रेवाल के साथ उनके रिश्ते ने उन्हें और अधिक संवेदनशील और समझदार बना दिया। शायद यही वजह है कि रतन टाटा अपने वैयक्तिक जीवन को निजी रखकर भी सामाजिक और व्यवसायिक जीवन में इतना सफल हुए।

रतन टाटा ने कभी भी अपने दिल के दरवाजों को पूरी तरह से बंद नहीं किया, लेकिन उन्होंने प्यार के प्रति अपनी सोच को जरूर बदला। वह आज भी सिमी ग्रेवाल को एक बेहतरीन और सम्माननीय दोस्त मानते हैं, और उनके प्रति अपनी भावनाओं का सार्वजनिक रूप से कभी प्रदर्शन नहीं किया। रतन टाटा ने अपनी इस निजी पीड़ा को अपनी प्रेरणा बना लिया और दुनिया को यह सिखाया कि कभी भी अपने दर्द में न उलझे, बल्कि उसे अपनी ताकत बनाकर आगे बढ़ें।

यही उनकी सफलता का असली मंत्र है। जो व्यक्ति दिल टूटने के बाद भी खुद को नहीं खोता, वही सच्चे मायनों में सफल कहलाता है। रतन टाटा का जीवन इस बात का सबसे बड़ा उदाहरण है कि प्रेम में असफलता या किसी भी रिश्ते की नाकामी आपके व्यक्तित्व की पहचान नहीं होती, बल्कि यह आपके भीतर की छिपी_ताकत को बाहर लाने का एक माध्यम हो सकती है।

रतन टाटा ने हमेशा समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी को निभाया, चाहे वह चैरिटी का काम हो, समाज_सेवा हो या फिर व्यवसाय में नैतिकता का पालन हो। यह उनके जीवन का ही फलसफा है कि अगर किसी चीज से प्यार करो तो उसे पूरी ईमानदारी के साथ करो, चाहे वह एक व्यक्ति हो या आपका काम। उन्होंने खुद को पूरी तरह से अपने व्यवसाय में समर्पित किया और टाटा ग्रुप को विश्व के सबसे बड़े उद्योग समूहों में शुमार कर दिया।

रतन टाटा का जीवन यह सिखाता है कि प्यार में हार भी आपकी विजय का कारण बन सकती है। अगर आप अपनी भावनाओं को सही दिशा में लगाएं, तो कोई भी दर्द, कोई भी गम, आपके सफर को नहीं रोक सकता। उनके जीवन की यह अनकही कहानी हमें बताती है कि प्यार में मिलना और बिछड़ना तो एक हिस्सा है, लेकिन अपनी सच्चाई और इंसानियत को बनाए रखना सबसे बड़ी जीत है।

रतन टाटा और सिमी ग्रेवाल के रिश्ते से यह सिखने को मिलता है कि कभी-कभी प्यार एक मोहब्बत से बढ़कर एक सम्मान और प्रेरणा का रिश्ता भी हो सकता है। यह रिश्ता कभी भी टूटता नहीं, यह बस एक नए रूप में ढलता है। दोनों ने अपने-अपने क्षेत्र में सफल होकर एक-दूसरे को जीवन की सबसे बड़ी प्रेरणा दी। उन्होंने सिखाया कि प्यार को आप जितनी सच्चाई और समर्पण से निभाओगे, वह उतना ही आपको मजबूत बनाएगा।

यह लेख रतन टाटा और सिमी ग्रेवाल के बीच के निजी जीवन और संबंधों की एक काल्पनिक और प्रेरणात्मक व्याख्या है, जो उपलब्ध जानकारी और साक्षात्कारों पर आधारित है। यह किसी भी व्यक्ति या संस्था की भावनाओं को आहत करने के उद्देश्य से नहीं लिखा गया है। लेख का मुख्य उद्देश्य रतन टाटा के जीवन से प्रेरणा लेना और उनकी कठिन परिस्थितियों में सफलता प्राप्त करने की कहानी को साझा करना है। किसी भी प्रकार की सटीकता या सत्यता की पुष्टि हेतु कृपया मूल स्रोतों का संदर्भ लें। लेख में दी गई जानकारी पूर्णतः लेखक के विचार हैं और इसका रतन टाटा या सिमी ग्रेवाल के वास्तविक जीवन के साथ मेल खाना अनिवार्य नहीं है।